तोता निमोनिया
अगर तोते में सर्दी को समय पर पहचान कर इलाज न किया जाए तो यह निमोनिया में बदल सकता है।
तोता निमोनिया के लक्षण
- झालरदार पंख।
- कर्कश साँस लेना।
- तापमान में वृद्धि।
- नाक से प्रचुर मात्रा में श्लेष्मा स्राव होना।
- पर्च पर टिके रहने में असमर्थता.
- कूड़ा बदलता है.
तोते में निमोनिया: क्या करें?
- तुरंत अपने पशुचिकित्सक से संपर्क करें! वह आवश्यक एंटीबायोटिक्स लिखेंगे।
- पशुचिकित्सक के आने से पहले तोते को अलग पिंजरे में रख दें।
- जिस कमरे में तोता रहता है उस कमरे का तापमान कम से कम 30 डिग्री होना चाहिए। आप पक्षी को दीपक से गर्म कर सकते हैं। पिंजरे को तीन तरफ से तौलिये से पर्दा कर दिया जाता है और खुले हिस्से में 60 सेमी की दूरी पर स्थित 20 वॉट का लैंप लगा दिया जाता है।
- तोते को गर्म पानी पिलाएं। पीने वाले में कैमोमाइल का काढ़ा मिलाएं, जबकि पानी हर 12 घंटे में कम से कम एक बार बदलता है, क्योंकि ऐसा घोल जल्दी खट्टा हो जाता है। आप पानी में विटामिन (एम्पौल) या नींबू के रस की कुछ बूंदें भी मिला सकते हैं, ऐसे में पानी रोजाना बदलता रहता है।
- यदि पक्षी स्वयं पीने में असमर्थ है, तो उसकी चोंच में थोड़ी चाय डालें।